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भारत की जानलेवा दूसरी कोविद-19 लहर: प्रभावों का सम्बोधन और भविष्य की लहरों के खिलाफ मुस्तैदी - एक चिंतन !

Authors :
Mihir R. Bhatt
Shilpi Srivastava
Megan Schmidt-Sane
Lyla Mehta
Publication Year :
2021
Publisher :
Institute of Development Studies (IDS), 2021.

Abstract

भारत में फ़रवरी 2021 से अनगिनत जानों की हानि हुई है जिसने कोविड-19 द्वारा हुए सामाजिक और आर्थिक प्रलय को बढ़ा दिया है । देश भर में तीव्र गति से बढ़ते संक्रमित मामलों ने बुनियादी स्वास्थ्य ढाँचे को हिला दिया है, जिससे आम आदमी अस्पताल में बिस्तर, आवश्यक दवाइयों और ऑक्सिजन के लिए हाथ पांव मरने के लिए मजबूर हो गया । मई 2021 तक शहरों में संक्रमण का प्रभाव कम होना शुरू हुआ। हालाँकि गाँवों में दूसरी लहर का प्रकोप जारी है । आज़ादी के बाद देश सबसे बड़ी और बुरी मानवीय तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट का साक्षी बना है, जबकि क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर लगातार फैलते हुए कोविड-19 प्रकारों के विविध परिणाम होंगे । धीमी गति से शुरू हुआ टीका करण अभियान और स्वास्थ्य सेवायों पर अत्यधिक भार को देखते हुए, भारत की प्रतिक्रिया, संक्रमण को और फैलने से रोकने के लिए उपायों की योजना, भविष्य के लहरों के खिलाफ तैयारी, की जाँच करने की बहुत अधिक ज़रूरी है । यह संक्षिप्त भारत में आई कोविड-19 की दूसरी लहर का सामाजिक विज्ञान समीक्षा व विश्लेषण है । यह दूसरी लहर की जाँच हेतु उदीयमान रिपोर्ट्स, साहित्य, क्षेत्रीय सामाजिक विज्ञान का एक चित्र खींचता है, उसका प्रभाव समझाता है, और उन सभी व्यवस्थित मुद्दों को उभरता है जो सही प्रतिक्रिया देने में रुकावट सिद्ध हुए । यह संक्षिप्त वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर स्थानीय और राष्ट्रीय सरकार, नागरिक समाज और मानवतावादी विचारकों के लिए महत्वपूर्ण चिंतन रखता है, जिसमें लघु और मध्यम आय वाले देशों में कोविड-19 की भावी लहरों के लिए निहितार्थ हैं । यह समीक्षा भारत में कोविड-19 प्रतिक्रिया पर सोशीयल सायन्स इन ह्युमेनीटेरीयन एक्शन प्लेटफोर्म (SSHAP संक्षिप्त) का हिस्सा है । इसे मिहिर आर. भट्ट (ए.आई.डी.एम.आई.), शिल्पी श्रीवास्तव (आई.डी.एस.), मेगन श्मिट-साने (आई.डी.एस.), और लैला मेहता (आई.डी.एस.) द्वारा दीपक सानन (पूर्व सिविल सर्वेंट, सीनियर विजिटिंग फेलो, सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च), सुबीर सिन्हा (एस.ओ.ए.एस.), मुराद बानाजी (मिडलसेक्स यूनिवर्सिटी लंदन), रोज एंगोम (ऑक्सफैम इंडिया), ओलिविया तुलोच (एंथ्रोलोजिका), और सैंटियागो रिपोल (आई.डी.एस.) से इनपुट और समीक्षा के साथ एस.एस.एस.ए.पी. के लिए विकसित किया गया था । यह एस.एस.एच.ए.पी. की जिम्मेवारी है ।

Details

Database :
OpenAIRE
Accession number :
edsair.doi...........c72e475a5d39afafdd4decf3f5eb4e5d
Full Text :
https://doi.org/10.19088/sshap.2022.008